कोन्स्टान्टिन प्रथम
कान्स्टण्टैन १ एक रोमन सम्राट था।[1] वह कान्स्टण्टैन थी ग्रेट या सेन्ट कोन्स्टण्टैन आदि नाम से भी जाने जाते हैं। उनका शासन 304 इ से 339 इ तक था। रोमन सेना अधिकारी फ्लवियस कोन्स्टण्टाइनस और उनकी पत्नी हेलना कान्स्टण्टैन १ के माता-पिता थे। सीसर उनका पिता बना। कोन्स्टण्टैन को ईस्ट भेजा गया और वहाँ वह सैन्य के उच्च पद को सम्भालने लगा था। ३०५ में कोन्स्टण्टैन पश्चिम के वरिष्ट सम्राट बना। ३०६ ई में अपने पिता की मृत्य के बाद कोन्स्टण्टैन एबोरकम के सम्राट बना। सम्राट के रूप में कान्स्टण्टैन ने साम्राज्य को मज़बूत करने के लिए कई प्रशासनिक, वित्तीय और सामाजिक कार्य किए। वह कई युद्धों में विजयी हुईं। शासन का पुनर्गठन किया गया। नया सोने का सिक्का पेश किया गया था। उन्होने ने कबीले के खिलाफ रोमन सीमाओं पर सफल अभियान चलाया। रोमन साम्राज्य के इतिहास में एक अलग युग का उल्लेखन किया गया था। उन्होने एक नया शाही निवास का निर्माण किया। कान्स्टन्टैन को ऐतिहासिक रूप में "प्रथम ईसाई सम्राट" कहा जाता है।[2]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 15 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 मई 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 मई 2017.
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |