आईसीएआर-केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान (सीएसडब्ल्यूआरआई), अविकानगर ने भेड़ों के प्रजनन को बढ़ाने के लिए 'एवी मेल'/ Avi MAIL नामक मोबाइल कृत्रिम गर्भाधान (एआई) प्रयोगशाला लॉन्च की है. यह सुविधा किसानों को उनके गांव में ही उन्नत प्रजनन सेवाएं प्रदान करती है. यह एवी मेल अत्याधुनिक सुविधा भेड़ उद्योग में लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों का समाधान करते हुए सीधे किसानों के दरवाजे तक एस्ट्रस सिंक्रोनाइजेशन और कृत्रिम गर्भाधान (एआई)/ Artificial Insemination (AI) सेवाएं प्रदान करके प्रजनन प्रथाओं को बदलने के लिए डिज़ाइन की गई है.
'एवी मेल' की प्रमुख विशेषताएं
- भेड़ों में एस्ट्रस सिंक्रोनाइजेशन और एआई सेवाएं प्रदान करती है.
- वीर्य संग्रह, मूल्यांकन और प्रसंस्करण के लिए स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करती है.
- अन्य पशुओं जैसे बकरी, सुअर, और घोड़ों के लिए भी उपयोगी है.
- किसानों के लिए जागरूकता और स्वास्थ्य शिविर का आयोजन.
परिणाम और प्रभाव
एवी मेल का व्यावहारिक प्रभाव राजस्थान के टोंक और जयपुर जिलों में पहले ही प्रदर्शित किया जा चुका है, जहाँ इसे पाँच गाँवों में लागू किया गया था. 10 किसानों की 450 भेड़ों पर कृत्रिम गर्भाधान सफलतापूर्वक किया गया, जिससे 58% की प्रभावशाली भेड़-बकरियाँ पैदा होने की दर हासिल हुई. ये परिणाम भेड़ों की उत्पादकता और लाभप्रदता में सुधार करके छोटे किसानों के उत्थान के लिए एवी मेल की क्षमता को रेखांकित करते हैं.
इस पहल को केंद्रीय मंत्रियों और विशेषज्ञों द्वारा सराहा गया है. 'एवी मेल' का डिज़ाइन/Design of 'AV Mail' लागत-प्रभावी और खेत-तैयार है, जिससे यह किसानों, अनुसंधान संस्थानों और पशुपालन विभागों के लिए उपयोगी साबित हो रहा है.
भविष्य की संभावनाएं
'एवी मेल' उन्नत जर्मप्लाज्म के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए भारत के भेड़ उद्योग को नया आयाम देने का वादा करता है. यह पहल अत्याधुनिक प्रजनन पद्धतियों को सीधे किसानों तक पहुंचाकर, एवी मेल पशुधन उत्पादकता नवाचार में आईसीएआर-सीएसडब्ल्यूआरआई के नेतृत्व को मजबूत करती है और पशुधन क्षेत्र में टिकाऊ विकास का मार्ग प्रशस्त करती है.
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