#दैनिकलेख: यह फ़िल्म उन पितृसत्तात्मक ढांचों की भी आलोचना करती है जो अक़्सर महिलाओं की भूमिकाओं को निर्धारित करते हैं। फ़िल्म में आशा की यात्रा कई और महिलाओं के संघर्षों का प्रतीक है जो ऐसे बंधन से स्वतंत्र होना चाहती है जहां न सम्मान है न सहानुभूति। By Sonali Rai https://lnkd.in/drUyzjdk #FilmAndWomen #FiveWomenCentricMovies #महिलाकेंद्रितफिल्में #लैंगिकहिंसापरआधारितफिल्में #सिनेमाऔरमहिलाएं